Monday 14 November 2011

आप क्यों डरते है ?किससे डरते है ?आप कमजोर है ??


            इश्वर जो कुछ करता है अच्छा ही करता है |
           मानव तू परिवर्तन से कहे को डरता है ||
          
             जब से दुनिया बनी है तब से रोज बदलती है ,
            जो शै आज यहाँ है ,कल वो आगे चलती है,
            देख के अदला बदली तू आहें क्यों भरता है ,
            मानव तू परिवर्तन से कहे को डरता है ||


           दुःख सुख आते जाते रहते सबके जीवन में
           पत्जध और बहारें दोनों जैसे गुलशन में
           चढ़ता  है तूफ़ान कभी और कभी उतरता है ,
            मानव तू परिवर्तन से कहे को डरता है ||
          
           कितनी लम्बी रात हो लेकिन दिन तो आएगा ,
           जल में कमल खिलेगा फिर वो मुस्कुराएगा ,
          देता है जो कष्ट वही कष्टों को हरता है ,
           मानव तू परिवर्तन से कहे को डरता है ||


        
 इस कविता के माध्यम से कवी कितना सुन्दर सन्देश देता है .....परिवर्तन ,बदलाव इस जीवन का नियम है ,लेकिन हम इतना बदलाव से डरते क्यों है(why we resist change?) ,क्या हम किसी से डरते है ??क्या हमे इश्वर पर भरोसा नहीं है ??क्या हमे अपने पिता पर ही भरोसा नहीं ???क्या हम अपनी काबिलियत पर शक करते है ??? क्या हमे हार जाने का डर है ????जरा चिंतन करे.........
इस जीवन में हमेशा बदलाव होते रहे है और आगे भी होंगे हमे उन्हें स्वीकार करना चाहिए अपना पूर्ण परिश्रम करना चाहिए....क्योंकि  इश्वर जो कुछ भी  करता है अच्छा ही करता है ....
मित्रो ये जीवन है हम सिर्फ कर्म कर सकते लेकिन फल हमेशा इश्वर ही देता है ,,वह ही जनता है की हमारे लिए कब और किस समय क्या अच्छा है ....यदि वह आपकी अपेक्षा अनुरूप नहीं देता इसका अर्थ है उसके पास आपके लिए और भी कुछ अच्छा है,अभी जो आपके लिए सही है वह आपको प्राप्त हुआ...आप सभी जानते है की सोना भी तपने के बाद ही निखरता है ठीक उसी प्रकार जीवन में चुनौती हमे हमेशा मजबूत बनाने के लिए होती है उससे भागे नहीं,डरे नहीं,...अपने पिता पर भरोसा करे, इश्वर हमारा पिता है ....तो क्या कोई पिता अपने पुत्र को कष्ट देता है,उत्तर है नहीं....निश्चित ही अह हमे कुछ सिखाना चाहता है ....उसको सीखे और जीवन में बदलाव से न डरे उसे स्वीकार करे और अपना कर्म करे...यदि आप इसी सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो दुःख ,दुःख नहीं रह जायेगा,वह तो एक सीखने  का समय बन जायेगा(learning period). 
मित्रो इन्ही विचारो के साथ मैं  आज यही रुकता हु,और मैं  विश्वास रखता हू की  आप नयी उर्जा के साथ,नए आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे  ,अपने लक्ष्य  पर ध्यान देंगे,कठनाइयों पर नहीं.......
शुभकामनाओ सहित
ब्रह्मदेव वेदालंकार
(09350894633 )

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