Thursday 22 March 2012

जीना तो नहीं भूल गए....??

पहले हाई स्कूल अच्छे नम्बरों से पास करने  के लिए
वो मरते रहे...
फिर कालेज पूरा करने के लिए डेट रहे ताकि
कमाना शुरू कर सके ...
फिर शादी के लिए बेचैन रहे
और फिर बच्चो के लिए,
फिर बच्चे बड़े होकर कुछ बन जायें
इस कोशिश में तपते रहे,
फिर एक दिन वो रिटायर हो गए काम से ,
और आज जिन्दगी से रिटायर हो रहे हैं...
क्योकि मौत दरवाजे पर दस्तक दे रही है .....
और अचानक उन्हें लग रहा है ,
जिन्दगी की भागमभाग में वो जीना भूल ही गए थे ,
कहीं आप तो वो नहीं .....??
आप अपने साथ ऐसा मत होने देना ,ऐ दोस्त
जमकर जीना और उल्लास से जीना .............
नहीं तो कहीं जिन्दगी निकल न जाये.........