Saturday, 11 June 2011

कैसे मिलेगी सफलता???

कहा गया है की "न ऋते श्रान्तस्य सख्याय देवा: " अर्थात बिना परिश्रम के तो देवो की भी मैत्री नै मिलती..हमारे ऋषि मुनियों ने ,अमर ग्रन्थ वेद ने हमे यही ज्ञान दिया यदि कोई व्यक्ति परिश्रम,म्हणत करता है तो उसे उसका फल जरूर मिलता है...इसलिए कभी हार न माने..सफलता की ओर बढ़ना  है तो मेहनत करे क्योकि  कहा गया है की "श्रमेव जयते" अर्थात परिश्रम की ही जीत होती....
अतः जीवन में विजय प्राप्त करने के लिए आलस्य छोड़कर,परिश्रम का मार्ग अपनाये...
pt. Brahm Dev Vedalankar 
(09350894633)

4 comments:

  1. A very good thought aacharya ji...we hope you will regularly update us with such good thoughts....

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  2. sushant goyal (your student 2004 bach)11 June 2011 at 07:02

    sir,safalta to parishram se hi milti hai aur hume parishram karna chahiye...thanks for motivating...

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  3. pandit ji,aapke margdarshan ke liye dhanyavad,aap aise hi humara margdarshan karte rahe
    thank you

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  4. Shruti Deewan (student of batch 2002)12 June 2011 at 17:40

    it is universal truth sir....

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